दृढ़ साहस
राह के काँटें हमे चुभे नहीं, इसके लिए दो तरीके हैं, पहला-आगे बढ़ते हुए काँटों को भी बीना जाए और उन्हें रास्ते से हटा दिया जाए और दूसरा तरीका यह है कि पैरों में जूते पहन लिए जाएँ, ताकि कोई भी काँटा हम तक न पहुँच सके। दृढ़ साहस जूतों की तरह ही मजबूत और हमें और बढ़ाने में सहायक होता है। अतः साहस हमारे व्यक्तित्व का एक बहुत ही खूबसूरत गुण है, जो अपने अंदर साहस नहीं रखते, साहस के साथ प्रयास नहीं करते, हिम्मत करके आगे नहीं बढ़ते, वे अपनी जिंदगी में कुछ भी नहीं कर पाते।
There are two ways to ensure that the thorns of the road do not prick us, first - the moving thorns should also be picked up and they are removed from the path and the second way is to wear shoes on the feet, so that no thorn reaches us. be able to reach Strong courage is as strong as shoes and helps us to grow further. Therefore, courage is a very beautiful quality of our personality, those who do not have courage in themselves, do not try with courage, do not move ahead with courage, they cannot do anything in their life.
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व्यर्थ आडम्बर का कोई लाभ नहीं एक बार की बात है कि किसी सेठ ने मन्दिर बनवाने के लिए स्वामी दयानन्द की सम्मति माँगी। स्वामी दयानन्द ने गम्भीर तथा निडर होकर उत्तर दिया - सेठ जी, प्राणिमात्र का कल्याण करने वाले किसी अन्य परोपकारी कार्य में धन लगाओ। जड़ की पूजा के स्थान इस मन्दिर को बनाने से कोई लाभ नही। स्वामी जी महाराज के...
भारत एकमात्र ऐसा देश है जहाँ सभी छह ऋतुएं उपलब्ध हैं। परन्तु सातवीं एक और ऋतु है नारों की। हाँ! यहाँ नारों की भी एक ऋतु होती है, जिसमें कोई एक नारा चल निकलता है और ऋतु समाप्ति पर अपने आप समाप्त हो जाता है, कोई किसी से दुबारा उन नारों के लिए प्रश्न नहीं पूछता। गरीबी हटाओ भी इस देश का नारा था,...