उपवास का अर्थ
मात्र फलाहार करते होते, तब भी स्वास्थ्य की दृष्टि से लाभकारी ही होता, परंतु 'व्रत के नाम पर भरत' वाली कहावत चरितार्थ होती है। दिनभर कई प्रकार के वैकल्पिक व्यंजनों से पेट भरना उसको उपवास कहना कहाँ की बुद्धिमानी है ? उपवास का अर्थ जल पर्याप्त मात्रा में पीना। अधिक लंबे समय जलोपवास घर पर बिलकुल न करें। घर पर चिकित्सा की दृष्टि से मात्र फलाहार या मात्र रसाहार पर रहने का क्रम भी नौ दिन से अधिक न करें। अधिक दिनों का चिकित्सा क्रम आवासीय प्राकृतिक चिकित्सालयों में, अनुभवी चिकित्सकों के उचित मार्गदर्शन और देख-रेख में ही करना चाहिए।
Even if you had eaten only fruits, it would still have been beneficial from the point of view of health, but the saying 'Bharat in the name of fasting' holds true. Where is it wise to call it a fast to fill one's stomach with a variety of alternative dishes throughout the day? Fasting means drinking enough water. Do not do Jalopawas at home for a long time at all. From the point of view of medicine at home, do not do the sequence of staying on only fruit food or only juice diet for more than nine days. Treatment of more days should be done in residential naturopathy only under proper guidance and supervision of experienced doctors.
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धर्म का ज्ञान धन तथा काम में अनासक्त मनुष्य ही धर्म को ठीक-ठीक जान सकता है। धर्म की सबसे बड़ी कसौटी वेद है। जो धर्म के रहस्य तथा सार को जानना चाहते हैं, उनके लिए वेद परम प्रमाण हैं। अर्थात धर्म का स्वरूप व रहस्य जानने के लिए वेद ही परम प्रमाण है। Only a person who is not attached to money can know...
गरीब देश की गरीबी कोई अदृश्य या काल्पनिक नहीं थी और ना हि किसी ने उसे किताबों से निकालकर नारों की शक्ल दी थी। राजाओं के लिए तो मान्यता थी कि वे देश की गरीबी की परवाह नहीं करते थे और खुद की शहनशाही शान-शौकत और अय्याशी जनता के खर्च पर करते रहते थे। उनका तो जन्म ही महलों में रेशम की गुदडियों में और...