भोजन
स्वास्थ्य की दृष्टि से भोजन में विटामिन तथा क्षार, दो तत्वों का होना बहुत आवश्यक है। विटामिनों को भोजन का प्राण माना गया है। विटामिन रहित भोजन निष्प्राण तथा निरर्थक होता है। इस प्रकार का सारशून्य भोजन पेट में घास-कूड़े की तरह भरा रहकर सड़ता और विकार पैदा करता है। जिस खाद्य में वांछित विटामिन तत्व न हों अथवा किन्हीं कारणों से उसका यह तत्व नष्ट हो गया हो; वह मनुष्य के लिए अखाद्य माना गया है।
From the point of view of health, it is very important to have vitamins and alkali, two elements in the food. Vitamins are considered the lifeblood of food. Food without vitamins is lifeless and useless. This type of immaterial food remains full like grass-litter in the stomach and causes rotting and disorder. The food which does not contain the desired vitamin element or due to any reason its element has been destroyed; It is considered inedible to man.
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धर्म का ज्ञान धन तथा काम में अनासक्त मनुष्य ही धर्म को ठीक-ठीक जान सकता है। धर्म की सबसे बड़ी कसौटी वेद है। जो धर्म के रहस्य तथा सार को जानना चाहते हैं, उनके लिए वेद परम प्रमाण हैं। अर्थात धर्म का स्वरूप व रहस्य जानने के लिए वेद ही परम प्रमाण है। Only a person who is not attached to money can know...
गरीब देश की गरीबी कोई अदृश्य या काल्पनिक नहीं थी और ना हि किसी ने उसे किताबों से निकालकर नारों की शक्ल दी थी। राजाओं के लिए तो मान्यता थी कि वे देश की गरीबी की परवाह नहीं करते थे और खुद की शहनशाही शान-शौकत और अय्याशी जनता के खर्च पर करते रहते थे। उनका तो जन्म ही महलों में रेशम की गुदडियों में और...