अखिल भारत आर्य समाज ट्रस्ट द्वारा संचालित All India Arya Samaj Legal Marriage Helpline के विद्वान पण्डितों की सेवाएं आवश्यकता होने पर राजस्थान के सभी जिलों, नगरों, कस्बों एवं ग्रामों में उपलब्ध हैं। राजस्थान में अखिल भारत आर्य समाज ट्रस्ट का Authorized Legal केन्द्र केवल जोधपुर के चान्दपोल में है। इसके अतिरिक्त राजस्थान में अन्य किसी स्थान पर ट्रस्ट का कोई Authorized Legal केन्द्र या शाखा अथवा मन्दिर नहीं है।
Rajasthan- Arya Samaj Helpline is helping any person who have faith in Vadic culture and principles of Arya Samaj, may contact Arya Samaj Mandir to perform Marriage Ceromony / Vivah Sanskar. If you are living in Rajasthan India and planning to marriage through Arya Samaj you may also contact for the same. We believes in inclusive society and hence within cast and inter-cast marriage. People contact us from all over Rajasthan India by phone for intercast Marriage. We help them for legal and judicial protection. Arya samaj wedding is conducted according to arya samaj validation act 1937.
Marriage has also been professed as erosion of Rajasthan Indian culture as there are elaborate norms which are not followed in Arya Samaj system. There are many benefits of arya samaj marriage. As it involves very little expenses, people from all classes can get married easily. As Arya Samaj is against dowry, marriage is solemnized without any dowry and it liberates lower and middle class people from the burden of dowry. One gets a legal marriage certifcate that certify a couple legal husband and wife. People prefer it to other kind of marriages due to its simple procedure, little expenses and universal legality.
A certifcate is provided by the Arya Samaj Mandir. On this certificate, the married couple can also register his marriage in marriage registration office/court. Contact us for more information-
Regional Helpline Jaipur Rajasthan Regional Helpline Jodhpur Rajasthan National Administrative Office Akhil Bharat Arya Samaj Trust Arya Samaj Mandir Annapurna Narendra Tiwari Marg Near Bank of India Opp. Dussehra Maidan Bank Colony, Indore (M.P.) 452009 Tel.: 0731-2489383, 9302101186 आर्यसमाज विवाह हेतु आवश्यक दस्तावेज एवं जानकारी आर्यसमाज में सम्पन्न होने वाले विवाह "आर्य विवाह मान्यता अधिनियम-1937, अधिनियम क्रमांक 1937 का 19' के अन्तर्गत कानूनी मान्यता प्राप्त हैं। अखिल भारत आर्य समाज ट्रस्ट द्वारा वैवाहिक जोड़ों की कानूनी सुरक्षा (Legal Sefety) एवं पुलिस संरक्षण (Police Protection) हेतु नियमित मार्गदर्शन (Legal Advice) दिया जाता है। "अखिल भारतीय आर्यसमाज विवाह सेवा" और Arya Samaj Marriage Helpline अखिल भारत आर्य समाज ट्रस्ट द्वारा संचालित हैं। पब्लिक ट्रस्ट अधिनियम के अन्तर्गत पंजीकृत अखिल भारत आर्य समाज ट्रस्ट एक सामाजिक-शैक्षणिक-धार्मिक-पारमार्थिक ट्रस्ट है। विवाह सम्बन्धी कार्यवाही करने से पूर्व आप यह सुनिश्चित कर लें कि आपका विवाह शासन (सरकार) द्वारा आर्यसमाज विवाह कराने हेतु मान्य रजिस्टर्ड संस्था में हो रहा है या नहीं। आर्यसमाज होने का दावा करने वाले किसी बड़े हॉल या भवन अथवा मन्दिर या चमकदार ऑफिस को देखकर भ्रमित और गुमराह ना हों। 1. वर-वधु दोनों के जन्म प्रमाण हेतु हाई स्कूल की अंकसूची या कोई शासकीय दस्तावेज तथा पहचान हेतु मतदाता परिचय पत्र या आधार कार्ड अथवा पासपोर्ट या अन्य कोई शासकीय दस्तावेज चाहिए। विवाह हेतु वर की अवस्था 21 वर्ष से अधिक तथा वधु की अवस्था 18 वर्ष से अधिक होनी चाहिए। 2. वर-वधु दोनों को निर्धारित प्रारूप में ट्रस्ट द्वारा नियुक्त नोटरी द्वारा सत्यापित शपथ पत्र प्रस्तुत करना होगा। किसी अन्य नोटरी से सत्यापित शपथ पत्र स्वीकार नहीं किये जावेंगे। (समय - प्रातः 10 बजे से सायं 8 बजे तक) क्षेत्रीय सहायता जयपुर (राजस्थान) क्षेत्रीय सहायता जोधपुर (राजस्थान) अखिल भारत आर्य समाज ट्रस्ट आर्य समाज मन्दिर अन्नपूर्णा नरेन्द्र तिवारी मार्ग बैंक ऑफ़ इण्डिया के पास दशहरा मैदान के सामने बैंक कॉलोनी, इन्दौर (म.प्र.) 452009 फोन : 0731-2489383, 9302101186
Mob.: 8120018052
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Arya Samaj Sanskar Kendra
Helpline : 8120018052, 8989738486
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आर्य समाज विवाह करने हेतु समस्त जानकारियां फोन द्वारा प्राप्त की जा सकती है। विवाह सम्बन्धी किसी भी प्रकार की जानकारी या पूछताछ के लिए आप मोबाइल- 8120018052 पर (समय - प्रातः 10 बजे से सायं 8 बजे तक) श्री देव आर्य शास्त्री से बेहिचक बात कर समस्त जानकारी प्राप्त कर सकते हैं तथा आपको जिस दिन विवाह करना हो उस मनचाहे दिन की बुकिंग आप फोन पर करा सकते हैं। फोन द्वारा बुकिंग करने के लिए वर-वधू का नाम पता और विवाह की निर्धारित तिथि बताना आवश्यक होगा अथवा आप हमारे ईमेल पर ऑनलाइन बुकिंग भी कर सकते हैं।
विशेष सूचना-Arya Samaj तथा Arya Samaj Marriage और इससे मिलते-जुलते नामों से इण्टरनेट पर अनेक फर्जी वेबसाईट एवं गुमराह करने वाले आकर्षक विज्ञापन प्रसारित हो रहे हैं। अत: जनहित में सूचना दी जाती है कि इनसे आर्यसमाज विधि से विवाह संस्कार व्यवस्था अथवा अन्य किसी भी प्रकार का व्यवहार करते समय यह पूरी तरह सुनिश्र्चित कर लें कि इनके द्वारा किया जा रहा कार्य पूरी तरह शासन द्वारा मान्य एवं लिखित अनुमति प्राप्त वैधानिक है अथवा नहीं। इसके लिए सम्बन्धित संस्था को शासन द्वारा प्रदत्त आर्य समाज विधि से अन्तरजातीय आदर्श विवाह करा सकने हेतु लिखित अनुमति अवश्य देख लें, ताकि आपके साथ किसी प्रकार की धोखाधड़ी ना हो। सावधान करने के बाद भी जाने-अनजाने में यदि आप गलत जगह फंसते हैं, तो अखिल भारत आर्यसमाज ट्रस्ट को कोई जवाबदारी नहीं होगी।
युगलों की सुरक्षा -प्रेमी युगलों की सुरक्षा एवं गोपनीयता की गम्भीरता को ध्यान में रखते हुए तथा माननीय उच्चतम न्यायालय द्वारा प्रेमी युगलों की सुरक्षा सम्बन्धी दिये गये दिशा-निर्देशों के अनुपालन के अनुक्रम में हमारे आर्य समाज द्वारा विवाह के पूर्व या पश्चात वर एवं वधू की गोपनीयता एवं सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए विवाह से सम्बन्धित कोई भी काग़जात, सूचना या जानकारी वर अथवा वधू के घर या उनके माता-पिता को नहीं भेजी जाती है, जिससे हमारे मन्दिर में विवाह करने वाले युगलों की पहचान को गोपनीय बनाये रखा जा सके, ताकि उनके जीवन की सुरक्षा को खतरा उत्पन्न न हो सके।
3. वर-वधु दोनों की अलग-अलग पासपोर्ट साईज की 6-6 फोटो।
4. दोनों पक्षों से दो-दो मिलाकर कुल चार गवाह, परिचय-पहचान पत्र सहित। गवाहों की अवस्था 21 वर्ष से अधिक हो तथा वे हिन्दू-जैन-बौद्ध या सिक्ख होने चाहिएं।
5. विधवा/विधुर होने की स्थिति में पति/पत्नी का मृत्यु प्रमाण पत्र तथा तलाकशुदा होने की स्थिति में तलाकनामा (डिक्री) आवश्यक है।
6. वर-वधु का परस्पर गोत्र अलग-अलग होना चाहिए तथा हिन्दू विवाह अधिनियम के अनुसार कोई निषिद्ध रिश्तेदारी नहीं होनी चाहिए।
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आर्य समाज संस्कार केन्द्र
हेल्पलाइन : 8120018052, 8989738486
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धर्म का ज्ञान धन तथा काम में अनासक्त मनुष्य ही धर्म को ठीक-ठीक जान सकता है। धर्म की सबसे बड़ी कसौटी वेद है। जो धर्म के रहस्य तथा सार को जानना चाहते हैं, उनके लिए वेद परम प्रमाण हैं। अर्थात धर्म का स्वरूप व रहस्य जानने के लिए वेद ही परम प्रमाण है। Only a person who is not attached to money can know...
गरीब देश की गरीबी कोई अदृश्य या काल्पनिक नहीं थी और ना हि किसी ने उसे किताबों से निकालकर नारों की शक्ल दी थी। राजाओं के लिए तो मान्यता थी कि वे देश की गरीबी की परवाह नहीं करते थे और खुद की शहनशाही शान-शौकत और अय्याशी जनता के खर्च पर करते रहते थे। उनका तो जन्म ही महलों में रेशम की गुदडियों में और...